हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत अधिक महत्व होता है। इस पावन दिन स्नान- दान, आदि करना बेहद शुभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किसी भी तरह का शुभ कार्य किया जा सकता है। इस दिन किए गए कार्यों में सफलता जरूर मिलती है। इस दिन भगवान परशुराम का भी जन्मोत्सव भी मनाया जाता है।
इस साल तृतीया तिथि का आरंभ 14 मई को सुबह 05:38 बजे से हो जाएगा. तृतीया तिथि 15 मई सुबह 07:59 बजे तक रहेगी.
अक्षय तृतीया पर पूजा का बेहद शुभ मुहूर्त सुबह 05:38 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक का रहेगा. ये करीब
06 घंटे 40 मिनट की अवधि है.
इस दिन मां लक्ष्मी के मंत्र का जप करें-
ॐ नमो भाग्य लक्ष्म्यै च विद्महे अष्ट लक्ष्म्यै
च धीमहि तन्नौ लक्ष्मी प्रचोदयात्।।
इसके बाद मां लक्ष्मी की आरती करें. उन्हें सफेद रंग की चीजों का भोग लगाएं. और सुख-शांति-संपन्नता का आशीर्वाद मांगे.
आज के दिन गौ सेवा का भी बहुत अधिक महत्व है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय की सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है। अक्षय तृतीया के पावन दिन गाय की सेवा जरूर करें। इस दिन गाय को आटे में गुड़ मिलाकर खिलाने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं गौ सेवा के लाभ
1) अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गौ सेवा करने से कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम हो जाता है। रोजाना गाय को भोजन खिलाने से अशुभ ग्रह भी शुभ हो जाते हैं।
2) पितृ दोषों से मुक्ति
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार गौ सेवा करने से पितृ दोषों से भी मुक्ति मिल जाती है। रोजाना गाय को भोजन करवाना शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन पितृ संबंधित कार्य भी किए जाते हैं। इस दिन पितृ संबंधित कार्य करने के बाद गाय को जरूर भोजन करवाएं।
3) भाग्योदय
कहा जाता है की गौ माता की सेवा से बंद पड़े किस्मत के दरवाजे भी खुल जाते है। सोया भाग्य भी जाग जाता है। भाग्योदय हो जाता है। आज के दिन गौ माता की सेवा करने से कई गुना अधिक फल मिलता है।
(इस लेख में दी गयी जानकारी लोक मान्यताओं के आधार पर है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)
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